अफ़्रीका में दो ही चेहरों की पहचान है, या तो अफ़्रीकी या भारतीय। वहां कोई यूरोपीय या अमेरिकी नहीं है, केवल महान भारतीय मूल के लोग हैं। ये विचार आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच (आरएसजेएम) के संरक्षक डॉ. इंद्रेश कुमार ने भारत, गिरमिटिया और अफ्रीका: ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामरिक सहयोग पर दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित चौथे हिमालय हिंद महासागर राष्ट्र समूह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में व्यक्त किए।
धर्म ख़तरा नहीं है, कट्टरता बड़ी समस्या है। हमारा डीएनए एक है इस हिसाब से हम सभी भारतीय एक हैं। ये विचार आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ( आरएसजेएम) एवं लोक संभाषण के मार्गदर्शक डॉ इंद्रेश कुमार ने दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित आरएसजेएम की द्विभाषी त्रैमासिक शोध पत्रिका ‘लोक संभाषण’ के लोकार्पण कार्यक्रम में व्यक्त किए। अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका ‘लोक संभाषण’ के इस लोकार्पण कार्यक्रम में