मधुबनी में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने उठाए त्वरित कदम

मधुबनी में कोरोना पॉजिटिव पांच लोगों के मिलने के बाद जिस तरह से जिला प्रशासन ने उनके घर को चिन्हित करते हुए 3 किमी के क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है वह प्रशंसनीय है। इससे कोरोना के फैलने की आशंका पूरी तरह से खत्म की जाएगी। प्रेस एसोसियेशन के कोषाध्यक्ष और मिथिला विकास के लिए कार्यरत संतोष ठाकुर ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मिलने पर बिना समय गंवाए 3 किमी का एरिय कंटेंमेंट क्षेत्र घोषित करना प्रशासनिक दक्षता और सजगता को साबित करता है। इसके लिए जिला अधिकारी डा. नीलेश के कदम प्रशंसनीय है।
संतोष ठाकुर ने कह कि बिहार का मधुबनी जिला कोरोना पर प्रभावी रोक लगाने के लिए देश भर में प्रशंसा हासिल कर रहा है। जिस तरह से नेपाल के साथ खुली सीमा होने के बाद भी डा. नीलेश देओरे ने यहां पर सीमाबंदी की वह उल्लेखनीय है। संतोष ठाकुर ने कहा कि कलुआही, भौआड़ा, मधेपुर, झंझारपुर ऐसे स्थान है जो काफी अंदर की ओर है। ऐसे में लॉकडाउन के एक महीने के बाद वहां पर पॉजिटिव केस मिलना कुछ संदेह भी उत्पन्न करता है। इसकी जांच होनी चाहिए कि क्या वे बाहर से आए हैं। अगर हां तो उन्हें क्या बिना जांच के आने दिया गया। यहां आने के बाद क्या उनकी जांच में किसी तरह की लापरवाही हुई।

संतोष ठाकुर ने कहा कि यह सभी के लिए जरूरी किया जाए कि वे जब भी कहीं बाहर से मधुबनी सीमा के अंदर आए तो जिला अस्पताल या सीमा प्रवेश करते ही पड़ने वाले पहले स्वस्थय केंद्र से अपनी जांच कराने के बाद ही अपने गांव में प्रवेश् करें। संतोष ठाकुर ने कहा कि जिला प्रशासन के कोरोना से युद्ध में जिला का हर पत्रकार साथ है। डा. निलेश के आहवान पर हर पत्रकार उनके साथ कोरोना युद्ध में शामिल होने के लिए तत्पर है।


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