चितरंजन त्रिपाठी बने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय-NSD के नए निदेशक

आखिरकार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय- NSD को स्थायी निदेशक चितरंजन त्रिपाठी के रूप में मिल गया है। संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार की स्वायत्त संस्था राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय विश्व पटल पर रंगमंच के लिए स्थापित रंग संस्था है। चितरंजन त्रिपाठी एनएसडी ते 12 वें निदेशक हैं। अच्छी बात यह है कि वे यहां के 9वें स्नातक भी हैं, जिन्होंने निदेशक का पद भार सम्भाला है। श्री त्रिपाठी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के 1996 बैच के स्नातक हैं।


श्री त्रिपाठी एक कुशल निर्देशक, लेखक, अभिनेता और संगीतकार हैं। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में शामिल होने से पहले हैदराबाद विश्‍वविद्यालय से समाजशास्‍त्र में एमए पूरा किया, जहां अभिनय में विशेषज्ञता हासिल की। इन्होंने चार्ल्स वालेस फेलोशिप के तहत यूके में गिल्डफोर्ड स्कूल ऑफ एक्टिंग में संगीत थिएटर में दाखिला लिया। श्री त्रिपाठी रंगमंच, टेलीविजन और फिल्म के क्षेत्र में एक पेशेवर निर्देशक, लेखक, अभिनेता, संगीतकार के रूप में एक जाना पहचाना नाम है ।
 
प्रेस को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के कुलसचिव श्री प्रदीप कुमार मोहंती ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे बीच रानावि के स्नातक ही निदेशक पद पर नियुक्त हुए हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि श्री चितरंजन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय अपनी नई ऊंचाइयों को हासिल करेगा।
 
श्री त्रिपाठी ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडल, श्री राम सेंटर रंगमंडल और साहित्य कला परिषद रंगमंडल सहित कई प्रमुख थिएटर समूहों और कंपनियों के लिए नाटकों का निर्देशन किया है। इनके कुछ सबसे लोकप्रिय नाटकों में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडल के साथ "ताजमहल का टेंडर" "कैपिटल एक्सप्रेस, श्री राम सेंटर रंगमंडल के साथ "अरे मायावी सरोवर" साहित्य कला परिषद रंगमंडल के साथ "लडी नजरिया और हमारे शहर के रोमियो जूलियट” यवनिका के साथ "गुन्नो बाई और यहूदी की लड़की" नवरस के साथ "डार्लिंग डार्लिंग और ताजमहल का उदघाटन" और मासोसा के साथ अरे शरीफ लोग और शबरह अनारकली", राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय छात्र प्रस्तुतियां "सीजोर मचाए शोर, चूहा बाकी, शोरवाला नाटक और अंधेरा कमरा सच्चा प्यार" शामिल हैं।
 
"ताजमहल का टेंडर, हमारे शहर के रोमियो जूलियट और लडी नाजरिया" को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ नाटक का पुरस्कार मिल चुका है । दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद ने 2012 में उनके छह नाटकों का प्रदर्शन करते हुए "हास्य रंग" नामक एक विशेष थिएटर उत्सव आयोजित किया था।  श्री त्रिपाठी ने ZEE 5 के लिए "कोर्ट मार्शल" का निर्देशन किया है। इन्होंने भारत और ब्रिटेन में बच्चों और वयस्कों के साथ थिएटर कार्यशालाएं भी आयोजित की हैं और कई थिएटर, अभिनय संस्थानों के विजिटिंग फैकल्टी रहे हैं। इन्होंने विभिन्न चौनलों: लाइफ ओके, स्टार वन, जी स्माइल और दूर दर्शन के लिए टेलीविजन शृंखला का निर्देशन भी किया है।
 
इनकी लघु फिल्म “कोर्ट रूम नौटंकी” (हिंदी) को आईएफएफआई, गोवा, 2010 में भारतीय पैनोरमा अनुभाग में प्रदर्शित किया गया था और यह कई प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में जा चुकी है और पहली फीचर फिल्म "धौली एक्सप्रेस" (उड़िया) ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित कई राज्य पुरस्कार जीते हैं। इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ पार्श्‍व गायक का पुरस्कार भी मिला, जिसमें आपने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा आयोजित उड़िया सिनेमा के 75 वर्ष पूरे होने का जश्‍न मनाने वाले महोत्सव सहित विभिन्न फिल्म समारोहों में भाग लिया ।
 

श्री त्रिपाठी ने कई उड़िया विज्ञापन, हिंदी फिल्मों जैसे "दसवीं, शुभ मंगल सावधान, कनपुरिए, मुक्काबाज, छपाक, ए जेंटलमैन, दिल्ली -6, फैंटम, तलवार, जुबान, तेरा मेरा टेढ़ा मेधा, मुख्यमंत्री, प्रमोद गुप्ता जे.ई और कई फिल्मों में अभिनय किया है। इन्होंने थिएटर, फिल्म और टीवी के लिए सैकड़ों गाने लिखे हैं। इन्हें चिली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हिंदी लघु फिल्म 'बिस्कट' में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने "सेक्रेड गेम्स" (त्रिवेदी के रूप में), “रसभरी”, “रक्तांचल", "फर्जी और “मॉम" जैसी वेब शृंखलाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।



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