औषधीय पादप से होंगी सशक्त बेटियां: ऊषा राजपूत

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोशल एंपावरमेंट विलेजस एसोसिएशन (सेवा) द्वारा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय वसुंधरा एनक्लेव में आयुष आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती उषा राजपूत ने बच्चों को औषधीय पौधों के महत्व के बारे में बताया और उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों के पत्ते, फूल, फल के सेवन से बच्चे स्वस्थ रह सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और हल्दी के बारे में बताया।


सेवा के सचिव राकेश कुमार ने बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान दिया और उन्हें बताया कि स्कूल आने वक्त बच्चे अपने साथ तुलसी का पराठा, औषधीय लड्डू जिसमें अश्वगंधा, तुलसी, लोंग, इलाइची से निर्मित हो, पानी में तुलसी का अर्क डालकर पिएं। ऐसा करने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी। कोरोना जैसी बीमारियों से बचाव होगा।


उन्होंने कहा की होली के अवसर स्टीविया, अश्वगंधा, मुलेठी, दालचीनी एवम् अन्य औषधी से गुजिया बनाएं जिससे मिठास बनी रहेगी और मधुमेह के रोगी भी इसे खाकर स्वस्थ रह सकते हैं। तुलसी के अर्क को बनाकर विद्यालय आते समय अपने पानी में लेकर आए इस सब तरह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बेटियां स्वस्थ रह सकती हैं और परिवार को भी स्वस्थ रख सकती हैं।

इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक राजेंद्र गोयल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बेहद जरूरी है इस अवसर पर बच्चों को तुलसी और गिलोय के पौधे वितरित किए गए।

यह कार्यक्रम राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से किया गया।

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