गोरखा समुदाय दार्जलिंग में बनाएगा वॉर मेमोरियल

केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बरला ने भरोसा दिलाया है कि दार्जिलिंग में गोरखा मेमारियल पार्क बनाने और गोरखा समुदाय की हित रक्षा की दिशा में हरसंभव सहायता दी जायेगी। वे यहां गोरखा प्राइड मिशन के कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। उन्होंने मिशन की वेबसाइट को भी लांच किया। भारतीय फुटबॉल टीम के कैप्टन सुनील क्षेत्री को भी इसमें आना था लेकिन व्यस्तता की वजह से नहीं आ सके और शुभकामना संदेश भेजा।


दिल्ली के गोरखा भवन में आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनके दरवाजे आपके हित के लिए सदैव खुले रहेंगे। मालूम हो कि आजादी के आंदोलन से लेकर आजतक देश की सुरक्षा और विकास में गोरखा समुदाय का अतुल्य योगदान रहा है लेकिन उनके योगदान को उस तरीके से रेखांकित नहीं किया गया है जैसे किया जाना चाहिए। आज भी वे अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। गोरखा प्राइड मिशन उनको मुख्य धारा में लाने के प्रयास में लगा है।
इस बारे में मिशन के अध्यक्ष एन्ड्रयू गुरुंग ने कहा कि गोरखा समुदाय ने हमेशा सुख-दुख में देश का साथ दिया है।  दुनिया के 117 देशों में गोरखा लोग बसते हैं। हम दार्जिलिंग के सिलीगुड़ी को अपना प्रमुख केंद्र मानते हैं। यह समाज चाहता है कि वॉर मेमोरियल पार्क यहां बने ताकि पुरखों के योगदान को नई पीढ़ी को बताया जा सके।  उन्होंने कहा कि हमारी योजना गोरखा बैंड बनाकर राज्यों की राजधानी में प्रस्तुति देने का है ताकि इस उद्देश्य से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें।

समरोह में उपस्थित गणमान्य लोगों में वित्त तथा परिवहन मंत्रालय के वरीय आईएएस अधिकारी, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनीष तमांग के अलावा मुख्य सरक्षक कर्नल बीएन कुमार, मार्गदर्शकक नरबू दोरजी भूटिया, समन्वयक कुंदन कुमार झा, प्रोग्राम हेड तनु मिश्रा, कोषाध्यक्ष प्रेरणा तमांग, ऑफिस समन्वयक योगिता क्षेत्री, डिजायनर ज्योति सिंह, एडमिन इंचार्ज श्रीमती मार्टिना, सबिया खान, हरमू स्वाभिमान ट्रस्ट के संस्थापक प्रेम क्षेत्री, गोरखा ब्याय्ज फुटबॉल एसोसियशन के अध्यक्ष राजू शंकर आदि उपस्थित थे।

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