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 'लोग बिस्तर में घुसकर उर्फी जावेद की तस्वीरें देख रहे हैं, लाइक कर रहे', क्यों बोले चेतन भगत?

साहित्य आज तक के मंच पर चेतन भगत ने उर्फी जावेद पर बात करते हुए कहा, यूथ उर्फी जावेद की फोटो लाइक कर रहा है. इंटरव्यू में क्या बोलोगे जाकर मेरे को उर्फी की सारी ड्रेसेस पता है. उर्फी की गलती नहीं है. वो अपना करियर बना रही है. लोग बिस्तर में घुस कर उर्फी की तस्वीरें देख रहे हैं.  


साहित्य आज तक 2022 का शानदार आगाज हो चुका है. साहित्य आज तक के दूसरे दिन बेहतरीन लेखक चेतन भगत ने दस्तक दी. साहित्य के दरबार में चेतन भगत ने आज की युवा पीढ़ी और फैशन क्वीन उर्फी जावेद पर बात की है. जानते हैं कि चेतन भगत ने सोशल मीडिया सेसेशन उर्फी को लेकर क्या कहा.   

उर्फी को लेकर क्या बोले चेतन भगत   
चेतन भगत अपनी लेखनी के साथ-साथ बेबाक अंदाज के लिये जाने जाते हैं. साहित्य आज तक के मंच पर चेतन भगत ने आज के युवाओं को किताबें पढ़ने की सलाह दी. चेतन कहते हैं कि इंटरनेट और डेटा अच्छी चीज है, लेकिन इसने हमारे यूथ को कमजोर बना दिया है. लड़के फोन में सारा दिन रील्स देखते रहते हैं. फोटो लाइक करते रहते हैं.  

आगे वो उर्फी जावेद पर बात करते हैं और कहते हैं, यूथ उर्फी जावेद की फोटो लाइक कर रहा है. इंटरव्यू में क्या बोलोगे जाकर मेरे को उर्फी की सारी ड्रेसेस पता है. उर्फी की गलती नहीं है. वो अपना करियर बना रही है. लोग बिस्तर में घुस कर उर्फी की तस्वीरें देख रहे हैं. आज मैं भी उर्फी की तस्वीरें देखकर आया हूं. आज उसने दो फोन पहने हैं. चेतन भगत ने ये भी कहा कि उर्फी जावेद जैसे लोग मिलते रहते हैं. इस पर कहानियां बनती हैं.   


उल्लू टीवी पर भी की बात   

उर्फी जावेद के अलावा चेतन भगत ने उल्लू टीवी पर भी खुल कर बात की. चेतन कहते हैं कि उल्लू क्या होता है, जो रात को जागता है. उल्लू टीवी वो है जो रात को देखा जाता है. चेतन भगत का कहना है कि उनके वक्त पर एंटरटेनमेंट की कमी थी.  सलिये उन्होंने लिखना चालू किया. चेतन ने आगे कहा कि जिस उम्र में पढ़ाई करनी होती है उसी उम्र में डेट करने, गर्लफ्रेंड बनाने की इच्छा भी बहुत होती है. लेकिन अच्छी गर्लफ्रेंड होने से नौकरी नहीं मिलेगी. हां ऐसा जरूर हो सकता है कि अच्छी नौकरी हो तो गर्लफ्रेंड अच्छी मिल जाएगी.   

चेतन कहते हैं कि मेरा मकसद है कि मैं यूथ को बेस्ट डायरेक्शन में लाऊं. रीडिंग पॉजिटिव चीज है, जो आपके ध्यान को बढ़ाती है. लोगों को फोन की लत लग चुकी है, जो कि अच्छा नहीं है.  

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