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Showing posts from March, 2024

मैलोरंग ने दिल्ली में किया दो दिवसीय मिथिला रंग महोत्सव का आयोजन

मैथिली लोक रंग यानी मैलोरंग, दिल्ली की ओर से विश्व रंगमंच दिवस पर 27 एवं 28 मार्च, 2024 को दो दिवसीय मिथिला रंग महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन के पहले दिन 27 मार्च को एल.टी.जी. सभागार मण्डी हाउस, नई दिल्ली में सायं 6.30 बजे अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। अतिथि के रूप में गाँधी स्मृति एवं साहित्य सदन के निदेशक डॉ. ज्वाला प्रसाद, श्री राकेश कुमार मिश्रा (आई.पी.एस.), श्री ऋषि कुमार शर्मा (उपसचिव, हिंदी अकादमी), वरिष्ठ वस्त्र सज्जाकार श्रीमती अनिला सिंह (रानावि स्नातक) एवं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक प्रो. देवेंद्र राज अंकुर उपस्थित थे।

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली में आयोजित करेगा पूर्वोत्तर राष्ट्रीय नाट्य समारोह

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) ने आज 26 मार्च को दिल्ली में पूर्वोत्तर रष्ट्रीय नाट्य समारोह 2024 आयोजित करने की घोषणा की। यह आयोजन 27 मार्च यानी विश्व रंगमंच दिवस से लेकर 30 मार्च, 2024 तक किया जाएगा। राजधानी के तीन हिस्सों में इस चार दिवसीय पूर्वोत्तर राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव- 2024 का आयोजन किया जा रहा है।

देशभर से चयनित 100 शिक्षक बोलो इंग्लिश एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से सम्मानित

कम शुल्क वाले बजट प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना सिखाने की थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस) की मुहिम के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले देशभर के 100 शिक्षकों को ‘बोलो इंग्लिश एक्सीलेंस अवार्ड 2024’ से सम्मानित किया गया। इंडिया हैबिटेट सेंटर में पब्लिक पॉलिसी थिंकटैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस), पीएंडजी शिक्षा और राइजिंग टाइड फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित

कुछ सालों में दुनिया के आधे देशों का नेतृत्व भारतीय मूल के लोगों के पास होगा: इंद्रेश कुमार

 अफ़्रीका में दो ही चेहरों की पहचान है, या तो अफ़्रीकी या भारतीय। वहां कोई यूरोपीय या अमेरिकी नहीं है, केवल महान भारतीय मूल के लोग हैं। ये विचार आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच (आरएसजेएम) के संरक्षक डॉ. इंद्रेश कुमार ने भारत, गिरमिटिया और अफ्रीका: ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामरिक सहयोग पर दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित चौथे हिमालय हिंद महासागर राष्ट्र समूह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में व्यक्त किए।