उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में मिशन शक्ति फेस 5 के तहत कंपोजिट विद्यालय पर्थला खंजरपुर व गौरव भगत अकादमी ने संयुक्त रूप से मीना दिवस का आयोजन किया। 1956 से शिक्षा का केंद्र रहे इस विद्यालय में हुए कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करना था।
मीना, जो हर लड़की को शिक्षा, स्वतंत्रता और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाला प्रतीकात्मक चरित्र है, उसी की भावना का सम्मान करते हुए छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पेंटिंग और अन्य गतिविधियां पेश कीं।
इस अवसर पर गौरव भगत अकादमी की टीम ने छात्राओं से संवाद किया, उन्हें जीवन में मार्गदर्शन दिया और स्वास्थ्य एवं पोषण पर जोर देते हुए सैनिटरी पैड्स तथा न्यूट्रिशनल प्रोटीन बार्स वितरित किए।
अकादमी के संस्थापक श्री गौरव भगत ने अपने विचार साझा करते हुए कहा –"भारत का भविष्य हमारी कक्षाओं में आकार लेता है। यह पहल केवल योगदान नहीं, बल्कि हमारा कर्तव्य है। जब हम वंचित लेकिन प्रतिभाशाली बच्चों को मंच, संसाधन और सही दिशा देते हैं, तो हम सिर्फ उनके नहीं बल्कि पूरे देश के विकास की नींव रखते हैं। हमारा उद्देश्य है एक ऐसा माहौल बनाना जिसमें हर बेटी अपने सपनों को पूरा करने की ताकत हासिल कर सके।"
इसी मौके पर सीनियर सेल्स मैनेजर आकांक्षा गुलाटी ने कहा –"समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना केवल एक कॉर्पोरेट एक्टिविटी न होकर एक व्यक्तिगत संकल्प होना चाहिए। मैं हर साल अपने जन्मदिन के अवसर पर स्कूलों और अनाथालयों में बच्चों संग समय बिताती हूं और कुछ योगदान देती हूं। आज मीना दिवस पर इन छात्राओं के साथ होना मेरे लिए केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि अपनी उस व्यक्तिगत यात्रा को अकादमी के मंच से आगे ले जाने जैसा है। जब हम इन बेटियों को शिक्षा और स्वास्थ्य का उपहार देते हैं, तो हम उन्हें एक उज्ज्वल और आत्मनिर्भर भविष्य का भरोसा भी देते हैं।"
कार्यक्रम में बालिका शिक्षा ब्लॉक बिसरख नोडल अर्चना पांडेय, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मंजू लता सिंह, सुगमकर्ता सोनिया पोरवाल, पूरा विद्यालयी स्टाफ तथा गौरव भगत अकादमी की ओर से सीनियर सेल्स मैनेजर आकांक्षा गुलाटी, पीआर मैनेजर सृष्टि तिवारी और पीआर असिस्टेंट गुलशन कुमार उपस्थित रहे।
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