नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने छात्रों की स्किल को बेहतर करने के लिए OLA के साथ किया सहयोग

प्रमुख शैक्षिक संस्थान नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (NIU) ने इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरर OLA इलेक्ट्रिक के साथ साझेदारी की है ताकि छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहनों और भविष्य की तकनीकों के बारे में परिचित कराया जा सके। इसी दिशा में एकेडमिक-इंडस्ट्री सहयोग पर एक ज्वाइंट कोर्स बनाया जा रहा है। साझेदारी में एनआईयू अपने छात्रों को OLA के साथ ट्रेनिंग कार्यक्रमों के माध्यम से उनकी स्किल को बढ़ाया जायेगा और कुशल प्रोफेशनल तैयार किए जाएंगे।


डॉ. (प्रो.) विक्रम सिंह, आई.पी.एस.  (सेवानिवृत्त), पूर्व डीजीपी, उत्तर प्रदेश और चांसलर, एनआईयू की उपस्थिति में भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में OLA की साझेदारी को लेकर यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के मौके पर घोषणा की गई। इस कार्यक्रम में एनआईयू की वाइस चांसलर प्रो (डॉ) उमा भारद्वाज; प्रो-वीसीडॉ प्रसंजीत कुमार और OLA के लॉ एनफोर्समेंट डायरेक्टर राव गुलशन ने भी हिस्सा लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत चांसलर, वाइस चांसलर और प्रो-वीसी के भाषणों से हुई और इसके बाद युनिवर्सिटी के विभिन्न डिपार्टमेंट और फैकल्टी के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। लकी ड्रॉ भी आयोजित किया गया हुआ जिसमें तीन छात्रों ने मोबाइल फोन जीते। 50 विद्यार्थियों को सांत्वना पुरस्कार व प्रमाण पत्र मिले। कैंपस में नए OLA ई-स्कूटर का टेस्ट ड्राइव हुआ, जो इस पूरे कार्यक्रम के आयोजन का प्रमुख आकर्षण था।

डॉ विक्रम सिंह ने कहा कि यह बहुत ही खुशी और संतोष की बात है कि अब यूनिवर्सिटी का OLA के साथ फंक्शनल जुड़ाव हो गया है। उन्होंने कहा, "OLA ने अपना इलेक्ट्रिक स्कूटर लाया है। यह न केवल ट्रायल रन के लिए है बल्कि भविष्य में संभावित सहयोग और रिसर्च के लिए भी यह एक शानदार शुरुआत है। इसके अलावा OLA नॉन-जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल में प्रमुख कम्पनी है। कंपनी की भविष्य में एक मिलियन इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण की योजना है। इसलिए जहां तक ईको सिस्टम का संबंध है, तो हम एक बेहतर भविष्य की राह पर है। इसके लिए हालांकि शर्त है कि मूल्यवान विदेशी मुद्रा को सुरक्षित रखा जाए, और जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम किया जाए तभी ईको सिस्टम को बेहतर बनाने की मुहिम को सफल बनाया जा सकता है।"


वाइस चांसलर प्रो भारद्वाज ने कहा, "OLA एक ऐसी भारतीय कंपनी है, जिनके साथ सहयोग करके हमें असीम खुशी हो रही है। हम अपनी यूनिवर्सिटी में एकेडमिक- इंडस्ट्री अवसरों को ला रहे हैं। हमारा मानना है कि शिक्षकों और इंडस्ट्री के लोगों की ज्वाइंट मीटिंग के द्वारा कोर्स को बनाया जाना चाहिए। हम छात्रों को स्किल वाली शिक्षा दे रहे हैं, इसलिए वे कंपनी से रोजगार पा रहे हैं। यह अभी मात्र शुरुआत है और बहुत जल्द हम भविष्य में OLA कंपनी के साथ अकादमिक उद्योग के जुड़ाव के लिए काम कर सकते हैं।"

इस साझेदारी पर चर्चा करते हुए OLA के लॉ एनफोर्समेंट डायरेक्टर राव गुलशन ने कहा, "OLA युवाओं द्वारा चलाई जानें वाली कंपनी है, इसलिए हम युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहेंगे और मुझे लगता है कि एनआईयू इसके लिए सबसे अच्छा मंच है। यह पहल छात्रों में मेक इन इंडिया की भावना पैदा करेगी। इससे अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।"

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