नोएडा सेक्टर 34 में बंदरों का आतंक: बी-12ए निवासी परेशान, लेकिन कोई राहत नहीं

उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर 34 निवासी इन दिनों बंदरों से परेशान हैं। सेक्टर 34 के धवलगिरी बी 12ए अपार्टमेंट में बंदरों ने पिछले दो-तीन महीनों से उत्पात मचाया हुआ है। यहां बंदरों के झुंड बीच-बीच में आकर हुड़दंग मचाते रहते हैं। बंदर घरों के बाहर से खाने-पीने के सामान के अलावा कपड़े तक उठा ले जाते हैं। बंदरों से बच्चों के साथ अपार्टमेंट के बड़े लोग भी डरे हुए हैं।


 अगर इन बंदरों को डराने या भगाने का प्रयास किया जाए तो उल्टा यह बंदर धमकाने वालों को ही घुड़क देते हैं। कई लोगों पर झपटने की भी खबर सामने आई है। इन बंदरों के कारण यहां के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। उत्पाती बंदर अपार्टमेंटवासियों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। बंदरों के चलते गार्ड को भी कई बार हाथ में लाठी लेकर चलना पड़ता है।


बी-12 के निवासियों का कहना है कि घर के बाहर रखे सामान को बंदर नष्ट कर दे रहे हैं। बंदरों ने छत पर कई पानी की टंकी को भी नुकसान पहुंचाया है। कई घरों के पाइप तक तोड़ डाले हैं। कई घरों के बाहर रखे फूलों के गमलों को भी इन बंदरों ने तोड़-फोड़ दिए हैं। बंदरों के आतंक का आलम यह है कि बच्चों ने छत पर चढ़ना बंद कर दिया है।
इन बंदरों के कारण अपार्टमेंट के लोगों में दहशत है। लोगों का कहना है कि अब अपार्टमेंट के भीतर घूमना-फिरना भी मुश्किल हो गया है। दिन में तो इन बंदरों ने लोगों का जीना मुहाल किया ही हुआ है, अब ये बंदर रात में भी अपार्टमेंट के भीतर उछल-कूद मचाते देखे गए हैं, इससे लोगों का अब रात में डिनर के बाद टहलना मुश्किल हो गया है।

शुरू में उनकी संख्या कम थी, लेकिन धीरे-धीरे इनका कुनबा बढ़ता चला जा रहा है। बताया जा रहा है कि जंगलों की अवैध कटाई के कारण जानवरों के लिए पानी और खाने की कमी हो रही है। जिसके कारण वे रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। जिन इलाकों में इन्हें खाने-पीने का सामान मिलता है, वहां बार-बार पहुंच जाते हैं। बंदरों को आस्था का मामला होने की बात कह कर कुछ लोग खाने का सामान दे भी देते हैं। ऐसे में कई बार कुछ ना मिलने पर ये हिंसक हो उठते हैं।

लोगों ने RWA से इन बंदरों से मुक्ति दिलवाने की मांग की है। RWA की ओर से वन विभाग और अन्य जगहों पर शिकायत भी की गई है, लेकिन फिलहाल लोगों को इस संकट से कोई छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है। वन विभाग की ओर से पिंजरे लगाकर इन बंदरों को पकड़ने की कोशिश भी की जा रही है। मगर इसका भी कोई खास फायदा नहीं मिल पा रहा है।

धवलगिरी अपार्टमेंट RWA सेक्रेटरी एसपी चमोली ने बताया कि बंदरों के उत्पात के बारे में आरडब्लूए की ओर से जिला वन अधिकारी (डीएफओ) को लिखा जा चुका है और फेडरेशन ऑफ RWA सेक्टर 34 के माध्यम से भी 3 नवंबर, 2022 को कार्रवाई करने के लिए डीएफओ को लिखा गया था। 9 सितंबर 2022 को वरिष्ठ प्रबंधक स्वास्थ्य विभाग नोएडा द्वारा फॉरेस्ट ऑफिसर को भी पत्र लिखा गया। इस दौरान आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट दिनेश भाटी के नेतृत्व में वाइस प्रेसिडेंट ओएस पोखरियाल और सेक्रेटरी एसपी चमोली डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट ऑफिसर से मिलने भी गए थे। करीब डेढ़ महीने के लिए बंदर पकड़ने वाला नेट अपार्टमेंट में लगा भी हुआ है। उसके बाद पिछले दिनों 26 मार्च 2023 को बंदरों के उत्पात को लेकर फिर स्वास्थ्य विभाग नोएडा को पत्र लिखा गया। रविवार 7 मई, 2023  आरडब्ल्यूए एक्जक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में भी इस बारे में चर्चा की गई। बैठक में यह फैसला किया गया है कि अपार्टमेंट के सभी निवासी अगले शुक्रवार 12 मई को 10:30 बजे डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट ऑफिसर मिलने जाएंगे।

घरो में लगाए गए बंदर के कटआउट
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बंदरों की परेशानी से बचने के लिए अनोखा जुगाड़ निकाला है। लोगों ने अपने घरों की बालकनी और दुकानों पर लंगूर के कटआउट लगा दिए हैं। यह जुगाड़ काफी कामयाब हो रहा है। आजतक की खबर के अनुसार इलाके में 500 से ज्यादा लोगों ने लंगूर के कटआउट लगा रखे हैं। लंगूर का कटआउट 700 रुपये में स्टैंड के साथ बेचा जा रहा है। पढ़िए- बंदरों के उत्पात से बचने के लिए अनोखा जुगाड़..., 'लंगूर' बेच रहे हैं दुकानदार

बंदरों के आतंक से जूझ रहे गांव ने चंदा मिला कर पाला एक लंगूर
उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर शहर से 8 किलोमीटर दूर राई खेड़ा गांव के लोगों ने बंदरों को भगाने के लिए लंगूर पाला है। ये लंगूर गांव में रहकर आने वाले जंगली बंदरों को दूर भगा देता है। लंगूर पालने की वजह से लोगों को बड़ी राहत मिली है और अब गांव से बंदर नदारद हो चुके हैं। पढिए-
उत्तर प्रदेश : बंदर के आतंक से जूझ रहे शाहजहांपुर के इस गाँव ने जो युक्ति अपनाई वो जानकार है हर कोई हैरान, बंदरों से भी मिला छुटकारा

हनुमान चालीसा का पाठ करें
करीब पांच साल पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के वृंदावन में बंदरों से निजात पाने का शानदार नुस्खा बताया था। बंदरों के हमलों से बचने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन वासियों को सुझाव दिया कि वे हनुमान जी की नियमित पूजा करें व हनुमान चालीसा का पाठ करें, जिससे बंदर उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। आप भी पढ़िए- बंदरों से निजात पाने का सबसे शानदार नुस्खा !

क्या करें

*बंदर खाने की वस्तु छीनने के लिए आप पर झपटे तो उससे मुकाबला न करें बल्कि उस वस्तु को दूर फेंक दें।
*बंदर से नजर न मिलाएं।
*बंदर द्वारा किए गए हमले के दौरान एकजुट रहें।
*खाने का सामान पॉलीथीन के  लिफाफों की बजाय जूट के बैग में रखें।
*कूड़ादान में कूड़ा डालने के बाद उसके ढक्कन को अच्छी तरह बंद करें।
क्या न करें
*बंदरों को न चिढ़ाएं।
*बंदरों का फोटो या उनके साथ सेल्फी न लें।
*बंदरों को खाने वाली वस्तुएं न दें।
*बंदर के बच्चे के साथ खेलने की कोशिश न करें।
*यदि बंदर झगड़ रहे हों तो हस्तक्षेप न करें।
पढ़िए- बंदरों के आतंक से आप भी हैं परेशान, तो ये तरीके हो सकते हैं कारगार


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