"ये रोबोटिक्स लैब सिर्फ टेक्नोलॉजी सिखाने का जरिया नहीं है, बल्कि ये बच्चों को समस्याएं सुलझाने, अपनी क्रिएटिविटी दिखाने और आत्मविश्वास के साथ भविष्य की इकॉनमी में भाग लेने का मौका देगी," ऐसा कहना है पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका के आयुक्त शेखर सिंह का।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुक्रवार को पिंपरी-चिंचवड़ साइंस पार्क में इस हाईटेक रोबोटिक्स लैब का उद्घाटन किया गया। ये लैब लीडरशिप फॉर इक्विटी और
पहले कोडिंग, अब रोबोटिक्स:
लीडरशिप फॉर इक्विटी ने हाल ही में साइंस पार्क में एक शानदार कंप्यूटर साइंस कोडिंग लैब शुरू की थी, जहाँ पास के स्कूलों के बच्चे ब्लॉक-बेस्ड कोडिंग और एनीमेशन बनाना सीख रहे हैं। अब इस रोबोटिक्स लैब के ज़रिए बच्चों को और भी गहराई से प्रोग्रामिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स की ट्रेनिंग मिलेगी। दामिनी मेणकर ने कहा, “इससे बच्चों में इनोवेशन करने की सोच बढ़ेगी और उनका नजरिया और व्यापक होगा।”
रोबोटिक्स कॉम्पिटिशन में मिलेगा हिस्सा:
इस पहल के तहत छात्रों को विभिन्न रोबोटिक्स कॉम्पिटिशन्स के लिए भी तैयार किया जाएगा। इनमें एंटरप्रेन्योरशिप चैलेंज, लाइन फॉलोअर, मेज सॉल्वर, और गर्ल्स फायर फाइट जैसे रोचक इवेंट्स शामिल होंगे। मनीषा सावंत ने बताया कि “इन कॉम्पिटिशन्स से न केवल बच्चों की टेक्निकल स्किल्स बढ़ेंगी, बल्कि टीम वर्क, लीडरशिप और प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसी जरूरी स्किल्स भी विकसित होंगी।”
शिक्षकों की भी होगी ट्रेनिंग:
इस इनिशिएटिव को लंबे समय तक चलाने के लिए शिक्षकों की ट्रेनिंग और मेंटरिंग प्रोग्राम भी होंगे। चुने गए स्कूल टीचर्स को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वो बच्चों को रोबोटिक्स लैब में गाइड कर सकें। इससे वर्कशॉप के बाद भी बच्चों की सीखने की प्रक्रिया जारी रहेगी और इसका असर लंबे समय तक बना रहेगा, ऐसा कहना है डॉ. श्रद्धा खपारिया का।
कुल मिलाकर, ये रोबोटिक्स लैब न सिर्फ टेक्नोलॉजी की समझ बढ़ाएगी बल्कि बच्चों को नवाचार, आत्मनिर्भरता और भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार करेगी।
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