देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) सम्बलपुर ने वैश्विक शिक्षा गुणवत्ता मानकों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एएसीएसबी (एसोसिएशन टू एडवांस कोलीजिएट स्कूल्स ऑफ़ बिज़नेस) मान्यता की प्रक्रिया शुरू की है। पहली बार एएसीएसबी के अधिकारियों का संस्थान में दौरा इस बात का प्रतीक है कि आईआईएम सम्बलपुर अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रबंधन शिक्षा प्रदान करने हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
संस्थान ने प्रोफेसर तेगुह डार्टांतो (यूनिवर्सिटास इंडोनेशिया), जो कि आईआईएम सम्बलपुर के लिए नामित एएसीएसबी मेंटर हैं, की मेज़बानी की। उनका दौरा 27 से 29 जुलाई तक दिल्ली कैंपस में और फिर 30 व 31 जुलाई को सम्बलपुर कैंपस में हुआ। इस दौरान उन्होंने संस्थान निदेशक, छात्र, पूर्व छात्र और कॉर्पोरेट भर्तीकर्ताओं सहित प्रमुख हितधारकों के साथ विस्तृत वार्ताएं कीं।
ये संवाद एएसीएसबी के गुणवत्ता मानकों को समझने और उन्हें प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। दौरे के दौरान प्रो. तेगुह ने संस्थान की अकादमिक स्थिति का गहन मूल्यांकन किया और इनिशियल सेल्फ-एवैल्यूएशन रिपोर्ट (आईएसईआर) की रूपरेखा को और स्पष्ट किया।
इतिहास रचते हुए, आईआईएम सम्बलपुर ने 28 जुलाई को अपने दिल्ली कैंपस में एएसीएसबी के साउथ एशिया हेड, श्री प्रभात दास की भी मेज़बानी की। इस अवसर पर उन्होंने एएसीएसबी सदस्यता प्रमाणपत्र आईआईएम सम्बलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल को औपचारिक रूप से सौंपा। यह आयोजन आईआईएम सम्बलपुर की वैश्विक मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया के औपचारिक शुभारंभ का प्रतीक बना।
समापन भाषण देते हुए प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा, “आईआईएम सम्बलपुर गुणवत्तापूर्ण वैश्विक मानकों के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और एएसीएसबी जैसे विश्वस्तरीय मान्यता की
दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। हमें प्रो. तेगुह को हमारे एएसीएसबी मार्गदर्शक के रूप में पाकर प्रसन्नता है और हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों को प्राप्त करने की दिशा में कार्यरत हैं।”
इस दौरान, प्रशासनिक प्रतिनिधियों, फैकल्टी नेताओं और मान्यता टीमों के साथ विस्तृत चर्चा की गई जिसमें एएसीएसबी के आवश्यक मानकों पर ध्यान केंद्रित किया गया — जैसे संस्थान के रणनीतिक लक्ष्य, फैकल्टी की योग्यता, छात्रों की सफलता, शोध का प्रभाव, लर्निंग एश्योरेंस और सामाजिक प्रासंगिकता से जुड़ी संस्थान की दृष्टि।
संस्थान कैंपस का दौरा करते हुए, प्रो. तेगुह ने आईआईएम सम्बलपुर के अत्याधुनिक कैंपस, स्मार्ट क्लासरूम, तकनीक-सक्षम अधिगम प्रणाली, आधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी और ओडिशा के कारीगरों को सशक्त बनाने हेतु “मास्टर वीवर ट्रेनिंग प्रोग्राम” जैसे नवाचारों की सराहना की।
प्रो. तेगुह, यूनिवर्सिटास इंडोनेशिया, ने कहा, “आईआईएम सम्बलपुर की निरंतर प्रगति और गुणवत्ता सुधार के प्रति इसकी गहन प्रतिबद्धता से मैं अत्यंत प्रभावित हूं। एक नए पीढ़ी के आईआईएम के रूप में, यह संस्थान कई विशिष्टताओं को साथ लेकर चलता है — विशेषकर शिक्षण प्रणाली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नवाचारी एकीकरण। मैंने कुछ सुझाव दिए हैं जैसे कि एएसीएसबी प्रक्रिया में सभी हितधारकों की निरंतर भागीदारी सुनिश्चित करना। उनकी स्पष्ट दृष्टि और सहयोग की भावना को देखकर मैं आश्वस्त हूं कि आईआईएम सम्बलपुर सही दिशा में है और शीघ्र ही एएसीएसबी मान्यता प्राप्त करेगा।”
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